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Hindi Literature
“ईसाई विमर्श को भारत में सामान्य करने हेतु साहित्य और कला और कविता का कंधा चाहिए”: सीएफ एंड्रूज़! क्या हिन्दी साहित्य अभी तक ईसाई...
कई पुस्तकों में एवं कई स्थानों पर मिशनरी सीएफ एंड्रूज़ को भारत प्रेमी या फिर हिन्दुओं का मित्र बताया जाता है। यह एक ऐसा...
हिन्दी साहित्य जहां पाकिस्तान गए जॉन एलिया तो याद रखे जाते हैं, परन्तु हिन्दू लोक का विमर्श देने वाले वैद्य गुरुदत्त विलुप्त कर दिए...
कहा जाता है कि यदि मनुष्यों में विस्मृति का उपहार नहीं होता तो उसके लिए जीवन बहुत कठिन होता, परन्तु भारत के लिए एवं...
राजनीतिक अल्पसंख्यकवाद के चलते समाज में विष घोलता एवं हिन्दू पीड़ा पर अट्टाहास करता हिन्दी साहित्य
हमने अपने पिछले लेख में यह बात की थी कि कैसे प्रगतिशील हिन्दी साहित्य ने हिन्दुओं की लाशों पर साहित्य रचना आरम्भ किया और...
कवियों को गुजरात के दंगे दिखे थे, लिख डालीं थी कविताएँ परन्तु गोधरा में जलती लाशों की गंध के लिए बंद कर ली थी...
हिन्दी साहित्य की एक बहुत बड़ी पहचान है और वह है सत्ता का पिछलगू होना! विचार के आधार पर गुलाम होना उसकी सबसे बड़ी...
महादेवी वर्मा ने की थी विश्व हिन्दू परिषद की संगठनात्मक इकाई मातृशक्ति की अध्यक्षता: क्या इसी कारण वामपंथियों ने उनके चरित्र हनन का प्रयास...
बीते दिनों हिन्दी की प्रख्यात लेखिका महादेवी वर्मा की पुण्यतिथि थी। इस अवसर पर उन्हें स्मरण किया गया, एवं उनकी रचनाओं का पाठ आदि...
हिन्दी दिवस, आधुनिक हिन्दी साहित्य और हिन्दी की कथित दुर्दशा एवं हिन्दी के प्रति किया गया ‘प्रगतिशील’ अर्थात वामपंथी षड्यंत्र
आज हिन्दी दिवस है और आज के दिन हिन्दी को लेकर न जाने कितनी बातें आदि होती हैं। एक परिपाटी बन जाती है कि...
उर्दू क्या वास्तव में मजहबी भाषा बन गयी थी और है? प्रेमचंद द्वारा उर्दू भाषा में लेखन छोड़ने से उपजे कुछ प्रश्न!
भारत में और वह भी हिन्दी साहित्य में उर्दू को लेकर एक विशेष प्रेम है, प्रेम ही नहीं है, हिन्दी को लेकर हीनता बोध...
रेत समाधि के सम्मान में दिया जाने वाला आयोजन हुआ रद्द? “शिव जी का दहकता लिंगम और पार्वती की योनि” शब्दों को लेकर की...
हाल ही में हिन्दी के एक उपन्यास “रेत समाधि” के अंग्रेजी अनुवाद टूंब ऑफ सैंड को अंतर्राष्ट्रीय बुकर सम्मान 2022 मिला था और उसके...
औरत (वुमन) आधारित फिल्म “अनारकली और आरा” के निर्देशक अविनाश दास पर है यौन शोषण के कई आरोप? फिर भी हैं फेमिनिस्ट हिन्दी लेखिकाओं...
अनारकली ऑफ आरा के निर्देशक अविनाश दास को न्यायालय से जमानत मिल गयी है, और इसके साथ ही लिब्रल्स एवं कथित फेमिनिस्ट आजादी की...
क्या हिन्दी साहित्य का बड़ा कथित प्रगतिशील वर्ग “नस्लवादी” मानसिकता के प्रति समर्पण कर चुका है?
पाकिस्तान के कई धारावाहिक इन दिनों यूट्यूब आदि पर देखे जा सकते हैं। अधिकतर धारावाहिकों में एक बात बहुत आम है कि शादी करते...