केरल में हो रही हिन्दू कार्यकर्ताओं की क्रूर हत्याओं की श्रुंखला में एक और घटना में २७ वर्षीय पी. वी. सुजीत की धारदार हथियारों से सीपीआई-एम (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया – मार्कसिस्ट) के कार्यकर्ताओं ने पापिनिस्सेरी (कन्नूर जिला) में उनके माता-पिता के सामने ही हत्या कर दी।
हैन्दवकेरलम (Haindvakeralam) की एक रिपोर्ट के अनुसार पी. वी. सुजीत, जो की एक आरएसएस ( राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और भाजपा कार्यकर्ता थे, अपने घर में थे जब करीब १० लोग अर्धरात्रि में उनके घर में घुस आये। उन्होंने सुजीत, उसके माता-पिता और उनके भाई की पिटाई की। एक हमलावर ने सुजीत पर तलवार से वार किया, जिससे सुजीत गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि सुजीत को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनका जीवन नहीं बचाया जा सका। उनके माता-पिता और भाई इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गए।
इस रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने ८ सीपीआई-एम कार्यकर्ताओं को इस हत्या के सम्बन्ध में गिरफ्तार किया है।
कन्नूर, जो कि केरल के उत्तर में स्थित एक जिला है, मार्कसिस्ट आतंक से लम्बे समय त्रस्त है। ये हिन्दू कार्यकर्ताओं पर हुआ पहला हिंसक हमला नहीं है; सीपीएम के द्वारा किये गए पाशविक हमलों का एक आंशिक वृतांत अधोलिखित है :
- अप्रैल १९९६ – बीजेपी कन्नूर जिले के जनरल सेक्रेटरी पन्नियानूर चंद्रन की हत्या उस समय कर दी गयी जब वे अपनी पत्नी के साथ मोटर साइकल पर जा रहे थे; सी.पी.एम. हत्यारों ने बीजेपी नेता की उनकी पत्नी के सामने ही हत्या करने में कोई दया नहीं दिखाई।
- दिसंबर १९९९ – बीजेपी युवा मोर्चा के राज्य उपाध्यक्ष के. टी. जयकृष्णन की धारदार हथियारों से हत्या कर दी गयी जब वे पूर्व मोकेरी (कन्नूर) के उच्च-प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को पढ़ा रहे थे। जाने के पहले हमलावर डरे हुए बच्चों को श्यामपट्ट पर ये धमकी लिखकर गए की वे इस घटना का सबूत न दें।
- मार्च २००८ – ५ आरएसएस कार्यकर्ताओं को २ दिनों में कन्नूर जिले के विभिन्न स्थानों पर हत्या कर दी गयी।
- दिसंबर २०१३ – ३५ वर्षीय विनोद कुमार, जो एक भाजपा कार्यकर्ता थे, की सीपीआई-एम के लोगों ने कन्नूर के पय्यानुर नामक स्थान पर चाक़ू घोंपकर हत्या कर दी।
- सितम्बर २०१४ – आरएसएस के ४२ वर्षीय इलमथोत्तातिल मनोज (Elamthottathil Manoj) की कार पर सी.पी.एम. के गुण्डों ने पहले बम फेंके और फिर धारदार हथियारों से हत्या कर दी गयी और उनके मित्र प्रमोद को घायल कर दिया।
भाजपा ने कन्नूर, पप्पिनेस्सेरी और अज़िकोडे स्थानों पर हत्या की विरोध में हड़ताल का आह्वान किया है। लेकिन हमारी राष्ट्रीय मीडिया के लिए दूर केरल में हुई नृशंश हत्या, JNU छात्रों पर (संविधान की धाराओं के अनुसार) हो रही कानूनी कार्यवाही की बढ़ा-चढ़ा कर हो रही रिपोर्टिंग से कहीं कम महत्त्वपूर्ण है।
(वीरेंद्र सिंह तथा राजीव सिंह द्वारा हिंदी अनुवाद)