यूपी के कौशाम्बी जिले में २१ सितम्बर को एक १६ वर्षीय हिंदू दलित लड़की के साथ ३ मुसलमानों ने सामूहिक बलात्कार किया। सराय अकील इलाके में ग्रामीणों ने एक आरोपी को पकड़ लिया, जबकि अन्य दो भागने में सफल रहे। बाद में गुस्साए ग्रामीणों ने लड़की के परिवार के साथ पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए इलाके के पुलिस स्टेशन को घेर लिया।
लड़की पड़ोसी गांव के ईदगाह (मुस्लिम त्योहार ईद के लिए इस्तेमाल होने वाली खुली जगह) के पास घास काटने गई थी, तभी ३ मुस्लिम आदमियों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे एक अलग-थलग स्थान पर ले गए जहां उन्होंने उसके साथ एक एक करके बलात्कार किया। उन्होंने घटना का वीडियो भी शूट किया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। उसके साथ बलात्कार करने के बाद आरोपियों ने लड़की को जान से मारने की धमकी भी दी।
न्यूज साइट breakingtube.com के अनुसार, परेशान कर देने वाले वीडियो में लड़की को पुरुषों के साथ मिन्नत करते देखा जा सकता है। वह उन्हें “भैया” (भाई) कह रही है और उनसे कहा रही है, “कृपया मुझे अपने अल्लाह के लिए छोड़ दो।” लेकिन उसकी मिन्नतों का उसके बलात्कारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
आरोपियों की पहचान दो भाइयों- मोहम्मद छोटका और मोहम्मद बड़का – और मोहम्मद नाजिम के रूप में हुई है। लड़की की चीखें सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और नाजिम को पकड़ने में कामयाब रहे, जबकि दोनों भाई भागने में कामयाब रहे। नाज़िम की पिटाई करने के बाद, ग्रामीणों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोप है कि जब पीड़िता का पिता शिकायत दर्ज कराने थाने गया तो उसके साथ पुलिस ने बदसलूकी की। एएसआई दीपक गुप्ता और एक हेड कांस्टेबल के खिलाफ पीड़ित परिवार के साथ गलत व्यवहार करने के लिए एक जांच शुरू की गई है, और उन्हें निलंबित कर पुलिस लाइन्स को रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है। घटना के संबंध में एसएचओ मनीष पांडे के खिलाफ भी अलग से जांच का आदेश दिया गया है।
पुलिस ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें गठित की हैं। डीआईजी रेंज केपी सिंह और एडीजी प्रयागराज सुजीत पांडे ने रविवार को गांव का दौरा किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
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